
गोरखपुर महोत्सव: सात दिवसीय शिल्प मेले का समापन, उत्कृष्ट शिल्प में सुरेंद्रपाल पुरस्कृत
गोरखपुर महोत्सव के तहत आयोजित सात दिवसीय शिल्प मेले का समापन शुक्रवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय के क्रीड़ांगन पर हुआ।
कमिश्नर जयंत नार्लिकर ने कहा कि गोरखपुर महोत्सव टीम वर्क का आयोजन था। सभी अधिकारी और इससे जुड़े लोगों ने अपनी पूरी मेहनत से कार्य करके महोत्सव को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। महोत्सव को कराने में कई चुनौतियां थी परंतु सबके सहयोग से इसे अच्छे ढंग से संपन्न कराया गया। महोत्सव के दौरान जो कमियां नजर आई हैं उन्हें अगले वर्ष के आयोजन के दौरान दूर किया जाएगा। इस दौरान कमिश्नर ने प्रायोजक और अन्य लोगों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डीएम के. विजयेंद्र पांडियन, मुख्य विकास अधिकारी हर्षिता माथुर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. सुनील गुप्ता, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविंद्र कुमार आदि उपस्थित रहे।
इन्हें मिला पुरस्कार
महोत्सव में उत्कृष्ट शिल्प में हरिद्वार के सुरेंद्रपाल को ऊनी शाल, जैकेट आदि के लिए प्रथम पुरस्कार, दिल्ली के दीपक को बेडशीट, कुशन कवर के लिए द्वितीय पुरस्कार, मेसर्स हथकरघा विकास केंद्र गाजीपुर को तृतीय पुरस्कार दिया गया। सर्वोच्च बिक्री के लिए सहारनपुर के मो. उस्मान को उडेन फार्मिंग में प्रथम, भागलपुर के मो. आरिफ को सिल्क और सूट में द्वितीय पुरस्कार, श्रीनगर के मो. यूसुफ ख्वाजा को उलेन वियर्स में तृतीय पुरस्कार, उत्कर्ष शिल्प प्रदर्शन के लिए गोरखपुर के हरिओम आजाद (टेराकोटा) को प्रथम, सतीश चंद्र श्रीवास्तव को मूंज क्राफ्ट में द्वितीय और जीतेंद्र कुमार (टेराकोटा) को तृतीय पुरस्कार, उत्कृष्ट उत्पाद प्रदर्शन में चंडीगढ़ के कुनाल असीजा (फेंगसुई आइटम) को प्रथम, गोरखपुर के एहसान करीम को प्लाइवुड, डोर, बेड आदि के लिए द्वितीय, कानपुर के इश्तेयाक अली को फैंसी गारमेंट के लिए तृतीय पुरस्कार और अंतरराष्ट्रीय सेवा संस्थान गोरखपुर को मूज क्राफ्ट के लिए सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।